क्रिया द्वारा आयोजित
यौनिकता, जेंडर एवं अधिकार – एक अध्ययन
तिथि: 27 जनवरी – 31 जनवरी, 2025
स्थान: नई दिल्ली
आवेदन की अंतिम तिथि: 18 दिसंबर, 2024
कार्यक्रम विवरण
यौनिकता, जेंडर एवं अधिकार – एक अध्ययन क्रिया द्वारा संचालित एक पाँच दिवसीय आवासीय अध्ययन कार्यक्रम है । यह प्रशिक्षण 27 जनवरी – 31 जनवरी, 2025 को संचालित किया जा रहा है।
यह प्रशिक्षण इस श्रृंखला की उन्नीसवीं कड़ी है। इस कार्यक्रम में समुदाय आधारित संस्थाओं में कार्यरत महिलाओं को यौनिकता, अधिकार, जेंडर, और यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के वैचारिक सिद्धांतों से अवगत करवाया जाता है और इनके सांस्कृतिक, सामाजिक और कानूनी मामलों के बीच के जुड़ाव, विश्लेषण और परस्पर संबंध के बारे में जानकारी दी जाती है। इस कार्यक्रम में यौनिकता, जेंडर एवं अधिकार से संबंधित हिंदी संसाधन सामग्री भी उपलब्ध होगी।
पिछले प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगातार जुड़े कुछ प्रशिक्षक
शालिनी सिंह – महिला मुद्दों के क्षेत्र में गत 27 वर्षों से कार्य कर रही हैं और पिछले 19 वर्षों से वे क्रिया के साथ कार्य करते हुए सभी हिंदी प्रशिक्षणों को संचालित करती हैं। क्रिया में शालिनी महिला संस्थाओं के नेटवर्क की क्षमता वृद्धि का कार्य करते हुए, नारीवादी नेतृत्व, महिला हिंसा, जेंडर, यौनिकता और अधिकार से जुड़े कानूनों पर प्रशिक्षण देने के साथ–साथ वह क्रिया के समुदाय आधारित कार्यक्रम ‘मेरी पंचायत मेरी शक्ति‘ का भी नेतृत्व करती हैं। शालिनी हिंदी में महिला हिंसा, जेंडर, यौनिकता और अधिकार के मुद्दों पर लिखती हैं। सामाजिक विज्ञान की शैक्षिक पृष्ठभूमि के साथ शालिनी एक वकील और प्रशिक्षित काउंसलर हैं।
प्रमदा मेनन – प्रमदा मेनन एक क्वीअर (Queer) नारीवादी एक्टिविस्ट हैं। वह जेंडर, यौनिकता और महिलाओं के मानव अधिकार के मुद्दों पर काम कर रही हैं। वह क्रिया की सहसंस्थापक हैं। फिलहाल स्वतंत्र सलाहकार के रूप में कार्य करती हैं, डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाती हैं और स्टैंड–अप परफॉर्मेंस कलाकार भी हैं।
दिप्ता भोग – दिप्ता भोग एक सृजनात्मक संचालक हैं, जिनके पास जेंडर, शिक्षा, महिला अधिकार और विकास के क्षेत्र में तीन दशकों से अधिक का अनुभव है। वह “निरंतर, जेंडर और शिक्षा का केंद्र” की संस्थापक सदस्य हैं और ग्रामीण महिलाओं और महिला नेताओं के नेतृत्व को सशक्त कर चुकी हैं। उन्होंने “खबर लहरिया” की स्थापना में योगदान दिया, जो पहली ग्रामीण और दलित महिला–नेतृत्व वाली समाचार पत्रिका है। दिप्ता ने नारीवादी विचारों को फैलाने के लिए पाठ्यक्रम, कॉमिक्स और डिजिटल सामग्री तैयार की और हाल ही में “The Third Eye” पोर्टल की शुरुआत की है।
निधि गोयल – निधि गोयल राइजिंग फ्लेम की संस्थापक और कार्यकारी निदेशक हैं, जो भारत में विकलांग व्यक्तियों के अधिकारों और नेतृत्व के लिए काम करती है। वे विकलांगता अधिकारों और जेंडर न्याय पर एक दशक से अधिक समय से कार्य कर रही हैं। वे राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा विकलांग व्यक्तियों के कोर ग्रुप की सदस्य हैं और FICCI की विविधता कार्यबल की भी हिस्सा हैं। निधि ने AWID जैसे वैश्विक संगठन का नेतृत्व किया और UN Women के कार्यकारी निदेशक के पूर्व सलाहकार के रूप में समावेशन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके कार्य को कई प्रमुख संगठनों द्वारा सराहा गया है।
रचना मुद्राबॉयिना – रचना मुद्राबॉयिना ट्रांसजेंडर अधिकार कार्यकर्ता हैं और भारतीय ट्रांस आंदोलन में उनके योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं। 2014 में उन्होंने तेलंगाना हिजड़ा इंटरसेक्स ट्रांसजेंडर समिति की स्थापना की, जो हाशिए पर रहने वाले ट्रांस समूहों के लिए काम करती है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के ‘तीसरे लिंग‘ फैसले के कार्यान्वयन में वकालत की और ‘ट्रांसविजन‘ नामक यू ट्यूब चैनल स्थापित किया, जो ट्रांसजेंडर मुद्दों को सही तरीके से प्रस्तुत करता है। रचना वर्तमान में भारत UN LGBT थिंक–टैंक की सदस्य हैं और कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं।
अन्य जुड़े प्रशिक्षक
रेनू मिश्रा (AALI)
मंजुला प्रदीप (मानवाधिकार कार्यकर्ता; WAYVE फाउंडेशन की संस्थापक)
रितुपर्णा बोरा (नज़रिया: एक क्वीयर नारीवादी संसाधन समूह)
आयोजक
वर्ष 2000 में स्थापित, क्रिया नई दिल्ली में स्थित एक नारीवादी मानव अधिकार संस्था है। यह एक अंतर्राष्ट्रीय महिला अधिकार संस्था है, जो समुदाय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करती है। क्रिया का उद्देश्य नारीवादी नेतृत्व को बढ़ावा देना, आंदोलनों को सशक्त बनाना, यौन और प्रजनन स्वतंत्रताओं का विस्तार करना, जेंडर आधारित हिंसा को कम करने के लिए अधिकार-आधारित दृष्टिकोण अपनाना और संरचनागत रूप से बहिष्कृत लोगों के मानवाधिकारों को सुरक्षित करना है। क्रिया महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को बढ़ावा देने, यौनिक और प्रजनन स्वास्थ्य व अधिकारों पर काम करने, और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए विभिन्न मानवाधिकार आंदोलनों और संगठनों के साथ मिलकर काम करती है और यह कोशिश करती है की एक्टिविस्ट्स और पैरवीकारों को ट्रेनिंग और सीखने के कई तरह के मौके मिले |
प्रतिभागी और चुनाव
वे सभी व्यक्ति जो स्वयं को महिला के रूप में पहचानते हैं और सामाजिक बदलाव के मुद्दों पर कम से कम 2 साल से कार्य कर रहे हैं, इस प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। सभी सत्र और प्रशिक्षण से जुड़े अध्ययन के लिए लेख हिंदी में होंगे | इस प्रशिक्षण के दौरान भी व्यक्तिगत या समूह में पढ़ने की आवश्यकता हो सकती है ।अतः सभी प्रतिभागियों को हिंदी में पढ़ना और लिखना आना आवश्यक है |
क्रिया आपसे निवेदन करती है की जल्द से जल्द अपने आवेदन पत्र हमें भेजें | आवेदन पत्र और कार्य अनुभव के आधार पर 25-30 प्रतिभागी चुने जायेंगे। सभी प्रतिभागियों को पूरे कार्यक्रम के दौरान दिल्ली में उपस्थित रहना पड़ेगा। यह पाठ्यक्रम दिल्ली में 27 से 31 जनवरी 2025 को आयोजित किया जा रहा है | क्रिया की तरफ से आपके रहने की व्यवस्था की जाएगी आपसे अपेक्षा की जाती है कि 26 जनवरी, 2025 की शाम तक आप दिल्ली पहुँच जाएँ और अपने जाने की व्यवस्था 31 जनवरी को शाम 5 बजे के बाद करें। कार्यक्रम की अधिक जानकारी हम आपके साथ सिलेक्शन प्रोसेस के बाद साझा करेंगे। केवल चुने गए प्रतिभागियों को 27 दिसंबर,2024 तक चयन की सूचना भेजी जाएगी।
प्रशिक्षण शुल्क
यह प्रशिक्षण निःशुल्क है | क्रिया, सहभागियों के रहने व खाने का प्रबंध करेगी | आने जाने का टिकट (2nd A/C ट्रेन) का भुगतान भी क्रिया द्वारा किया जायेगा |
तिथि और स्थान
यौनिकता , जेंडर एवं अधिकार – एक अध्ययन पर यह कार्यक्रम 27 से 31 जनवरी 2025 किया जाएगा । इन दिनों यह प्रशिक्षण हर दिन चलेगी। इसके अलावा प्रतिभागियों को समय निकालकर ग्रुप वर्क एवं ग्रुप अध्ययन में जुड़ना पड़ सकता है।
आवेदन
आवेदन पत्र हमें दिसंबर 18, 2024 तक या उससे पहले पहुँच जाने चाहिए | निर्धारित तिथि के बाद कोई भी आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किये जायेंगे | केवल चुने हुए प्रतिभागियों को चुनाव की सूचना 27 दिसंबर,2024 तक भेजी जायेगी |
विशेष
चयन की प्रक्रिया, प्रतिभागियों के मिल रहे आवेदनों के साथ ही शुरू हो जायेगी । आपसे अनुरोध है की जल्द से जल्द प्रशिक्षण के लिए आवेदन पत्र भेजें।
(नोट: हमारे पास फ़ॉर्म का अंग्रेज़ी संस्करण नहीं है)
कृपया अपने आवेदन पत्र को sgrihindi@creaworld.org पर ई-मेल करें
ईमेल करने पर सब्जेक्ट में ‘Application/आवेदन पत्र‘ अवश्य लिखें
Sexuality, Gender, and Rights Institute
Date: 27 January – 31 January 2025
Location: New Delhi
Application Deadline: 18 December 2024
Institute Details
Sexuality, Gender, and Rights Institute is a five-day residential study program conducted by CREA, which will take place from 27 January – 31 January 2025.This training is the nineteenth session in this series. The institute aims to introduce women working in community-based organizations to the conceptual principles of sexuality, rights, gender, and sexual & reproductive health, and to provide insights into the cultural, social, and legal intersections, analyses, and interconnections of these issues. The institute will also provide Hindi-language resources related to sexuality, gender, and rights.
Read About a Few Faculty Members from SGRI
Shalini Singh – Shalini Singh is a feminist activist and lawyer with 25 years of experience in the field of women’s issues. For the past 17 years, she has been designing and managing all Hindi-language training programs at CREA, including the annual basic training on Gender and Sexuality, Feminist Leadership annd Movement Building, and the Sexuality and Gender Rights Institute. She works on strengthening the capacity of women’s organizations networks and provides training on feminist leadership, women’s violence, gender, sexuality, and rights-related laws. Shalini also leads CREA’s community-based program, Meri Panchayat Meri Shakti, and oversees writing, translation, and publication of all Hindi training materials and manuals.
Pramada Menon – Pramada Menon is a queer feminist activist. She works on issues of gender, sexuality and women’s human rights. She is the co – founder of CREA. Currently, she works as an independent consultant, makes documentary films and is a stand-up performance artist.
Dipta Bhog – Dipta Bhog is a seasoned activist and creative facilitator with over three decades of experience in gender, education, women’s rights, and development. A founding member of Nirantar, the Centre for Gender and Education, she has empowered rural women and female leaders through various programs. Dipta played a key role in establishing Khabar Lahariya, the first rural and Dalit woman-led newspaper. She has also created feminist educational content, including courses, comics, and digital materials. Recently, she launched “The Third Eye” portal, exploring the intersection of gender, sexuality, and technology. Dipta has trained women activists, educators, and officials nationally and regionally.
Nidhi Goyal – Nidhi Goyal is the founder and executive director of Rising Flame, an organization working for the rights and leadership of persons with disabilities in India. She has been working on disability rights and gender justice for over a decade. Nidhi is a member of the Core Group for Persons with Disabilities at the National Human Rights Commission and is part of the Diversity Task Force of FICCI. She has led global organizations like AWID and contributed significantly to the field of inclusion as a former advisor to the Executive Director of UN Women. Several prominent organizations have recognized and appreciated her work.
Rachna Mudraboyina – Rachna Mudraboyina is a transgender rights activist known for her significant contributions to the Indian transgender movement. In 2014, she founded the Telangana Hijra Intersex Transgender Committee, which works for marginalized transgender communities. She advocated for the implementation of the Supreme Court’s ‘third gender’ verdict and established a YouTube channel called ‘Transvision,’ which presents transgender issues accurately. The India UN LGBT Think Tank currently counts Rachna as a member, and several awards have honored her work.
Other Faculty Members Included
Renu Mishra (AALI)
Manjula Pradeep (Human Rights Activist; Founder of WAYVE Foundation)
Rituporna Bora (Nazariya: A Queer Feminist Resource Group)
Organizer
Founded in 2000, CREA is a feminist human rights organization based in New Delhi, India. It is one of the few international women’s rights organizations in the Global South, led by Southern feminists, working at grassroots to global levels. Together with partners from a diverse range of human rights movements and networks, CREA works to advance the rights of women and girls, as well as the sexual and reproductive freedoms of all people. CREA advocates for positive social change through national and international fora and provides training and learning opportunities to global activists and leaders through its institutes.
Participants and Selection Process
All those who identify as women can apply for the training. Around 25-30 participants will be selected from across India based on their application forms and their ability to demonstrate how they would apply the lessons from the Institute to their work. Individuals working on issues related to sexuality, LGBT rights, sexual rights, sex workers’ rights, HIV/AIDS, violence against women, health, and/or gender are eligible to apply.
CREA requests you to send your applications as soon as possible. We will select participants based on their application forms and work experience. Participants are required to travel to Delhi and attend the Institute on the scheduled dates. All participants must be present in Delhi for the entire program. CREA will hold this course in Delhi from 27th to 31 January 2025 and arrange your accommodation. You should arrive in Delhi by the evening of 26 January and arrange your departure after 5 PM on 31 January. Proficiency in reading and writing Hindi is essential. We will share more details of the program after the selection process. We will send the confirmation of selection only to the shortlisted participants by 27 December 2024.
Cost of Participation
There is no course fee. CREA will make arrangements for accommodation and food for the participants and shall reimburse arrival and departure tickets (second A/C train).
Venue and Dates
We will conduct the Sexuality, Gender, and Rights Institute every day from 27 to 31 January 2025. Therefore, we expect participants to stay at the venue. They may also need to meet for group work and readings beyond the Institute hours.
Submission of Application Form
The application form should reach us on or before 18 December 2024. We will not accept applications after the due date. We will send confirmation only to the selected candidates by 27 December 2024.
Note: The process of selection will begin with the application of participants. Please send the filled-in application form as soon as possible.
(We DO NOT have the English version of the form)
Send your applications to sgrihindi@creaworld.org
If sending by email, please write ‘Application Form’ in the subject line of the email or on the envelope.