क्रिया द्वारा आयोजित
यौनिकता, जेंडर एवं अधिकार – एक अध्ययन
14th नवंबर – 18th नवंबर, 2022
नई दिल्ली
आवेदन की अंतिम तिथि: अक्टूबर 15, 2022
‘यौनिकता, जेंडर एवं अधिकार – एक अध्ययन’ क्रिया द्वारा संचालित, पांच दिन का आवासीय अध्ययन कार्यक्रम है। यह प्रशिक्षण 14 नवंबर – 18 नवंबर, 2022 संचालित किया जा रहा है |
यह प्रशिक्षण, इस श्रृंखला की सत्रहवाँ कड़ी है | इस कार्यक्रम में समुदाय आधारित संस्थाओं में कार्यरत महिलाओं को यौनिकता, अधिकार, जेंडर और यौन एवं प्रजनन स्वास्थ के वैचारिक सिद्धांतों से अवगत करवाया जाता है एवं इनके सांस्कृतिक, सामाजिक और कानूनी मामलों के बीच के जुड़ाव, विश्लेषण और परस्पर सम्बन्ध के बारे में जानकारी दी जाती है। इस कार्यक्रम में यौनिकता, जेंडर एवं अधिकार से सम्बंधित हिंदी संसाधन सामग्री भी उपलब्ध होगी |
आयोजक
वर्ष 2000 में स्थापित, क्रिया नई दिल्ली में स्थित एक नारीवादी मानव अधिकार संस्था है। यह एक अंतर्राष्ट्रीय महिला अधिकार संस्था है, जो समुदाय, राष्ट्रीय, क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करती है। मानव अधिकार आन्दोलनों और समूह के विभिन्न भागीदारों के साथ मिलकर क्रिया महिलाओं और लड़कियों के अधिकारों को आगे बढ़ाने और सभी लोगों की यौनिक और प्रजनन स्वास्थ्य व अधिकारो के मुद्दों पर कार्य करती है। क्रिया राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सकारात्मक सामाजिक बदलाव के लिए पैरवी करती है और कोशिश करती है की एक्टिविस्ट्स और पैरवीकारों को ट्रेनिंग और सीखने के कई तरह के मौके मिले |
पिछले प्रशिक्षण कार्यक्रम में लगातार जुड़े कुछ प्रशिक्षक
शालिनी सिंह – महिला मुद्दों के क्षेत्र में गत 23 वर्षों से कार्य कर रही हैं एवं पिछले 15 साल से वे क्रिया के साथ कार्य करते हुए सभी हिंदी प्रशिक्षणों को संचालित करती हैं | क्रिया में शालिनी महिला संस्थाओं के नेटवर्क के क्षमता वृद्धि का कार्य करते हुए, नारीवादी नेतृत्व , महिला हिंसा, जेंडर, यौनिकता और अधिकार से जुड़े कानून पर प्रशिक्षण देने के साथ वह क्रिया के समुदाय आधारित कार्यक्रम ‘मेरी पंचायत मेरी शक्ति’ का भी नेतृत्व करती है । शालिनी हिंदी में महिला हिंसा, जेंडर, यौनिकता और अधिकार के मुद्दे पर लिखती है। सामlजिक विज्ञान की शैक्षिक पृष्ठभूमि के साथ शालिनी एक वकील और प्रशिक्षित काऊंसलर है।
प्रमदा मेनन – प्रमदा मेनन एक क्वीअर (Queer) नारीवादी एक्टिविस्ट है । वह जेंडर, यौनिकता और महिलाओ के मानव अधिकार के मुद्दों पर काम कर रही है । वह क्रिया की सहसंस्थापक हैं । फिलहाल स्वतंत्र सलहाकार के रूप में कार्य करती हैं, डाक्यूमेंट्री फिल्म बनाती हैं और स्टैंड-अप परफॉर्मन्स कलाकार भी हैं ।
दीप्ता भोग – दीप्ता भोग निरंतर संसथान की फाउंडर मेम्बर है | इन्होंने एक पत्रकार और महिला अधिकार के एक्टिविस्ट के रूप में कार्य किया है | महिला साक्षरता मुद्दे वयस्क और बालिका शिक्षा और ग्रामीण पत्रकारिता को लेकर उनके पास दो दशकों से ज्यादा का कार्य अनुभव है । उन्होंने इस क्षेत्र में प्रोग्राम बनाने, लागू करने और निति निर्माण के स्तर पर कार्य किया है | इन्होने गहनता से स्कूल की किताबो का नारीवादी नज़रिये से अध्ध्यन किया है और राजकीय और राष्ट्रीय स्तर के लेखन पर भी कार्य किया है | शिक्षा में जेंडर के विषय पर वे 2004 के राष्ट्रीय करिकुलम फ्रेमवर्क बनाने की कमिटी से जुडी थी | दीप्ता ने ग्रामीण क्षेत्रो में कायर्रत गैरसरकारी संस्थाओ में महिला नेतृत्व के विषय पर स्टडी किया है । “खबर लहरिया को 2002 में शुरू करने में उनका बड़ा योगदान रहा है और ग्रामीण क्षेत्र के महिला पत्रकारों के प्रशिक्षण से भी जुड़ी हुई है |
चयनिका शाह – चयनिका शाह एक क्वीयर (Queer) नारवादी एक्टिविस्ट हैं, रिसर्च करती हैं और पढ़ाती हैं। इन्होने जनसंख्या नियंत्रण की राजनीति, प्रजनन तकनीक, कौमवाद, विज्ञान पर नारीवादी विचार और यौनिकता और जेंडर पर काफी काम किया है और लिखा है । चयनिका पिछले तीस से भी ज़्यादा सालो से बॉम्बे में स्थित एक स्वैच्छिक, धन ना लेने वाली, स्वायत्त महिला समूह, नारी अत्याचारी विरोधी मंच की सक्रीय सदस्य रही हैं। यह एक अन्य बॉम्बे स्थित स्वैतच्छिक क्वीयर नारीवादी समूह लेबिया के साथ पिछले बीस सालो से जुड़ी है । लेबिया, लेस्बियन और बायसेक्सुअल औरतों और ट्रांस व्यक्तियों का समूह है। चयनिका ने भौतिक विज्ञान में डाक्टरेट किया है और दो दशकों तक बॉम्बे के एक कॉलेज में भौतिक विज्ञान पढ़ाया है।
रत्नाबली रे – रत्नाबली रे कोलकता स्थित संस्था अंजली की संस्थापक और मैनेजिंग ट्रस्टी हैं । अंजली मानसिक स्वास्थ पर कार्य करती है जिसका उदेश्य सेवा व् चिकित्सा क्षेत्र के प्रणाली में बदलाव लाना है । अंजली भारत में मानसिक स्वास्थ्य पर सेवाओं के विकास, नीतियों के अध्ययन और मानव अधिकार पर कार्य करती है । रतनबोली एक रोग विशेषज्ञ मनोवैज्ञानिक है और पिछले 15 वर्षो से स्वास्थ्य सक्रियतावादी के रूप में काम कर रहीं है । सन 2000 में अंजली के काम के लिए रत्नाबली को अशोका फ़ेलोशिप से पुरस्कृत किया गया था ।
अन्य जुड़े प्रशिक्षक
रेनू मिश्रा (AALI)
मानक मटियानी (The YP Foundation)
पारोमिता वोहरा (Agents of Ishq)
प्रतिभागी और चुनाव
वह सभी व्यक्ति जो खुद को महिला मानते हैं और सामाजिक बदलाव के मुद्दों पर कम से कम 2 साल से कार्य कर रहे हैं, इस प्रशिक्षण के लिए आवेदन कर सकते हैं। सभी सत्र और प्रशिक्षण से जुड़े अध्ययन के लिए लेख हिंदी में होंगे | इस प्रशिक्षण के दौरान भी व्यक्तिगत या समूह में पढ़ने की आवश्यकता हो सकती है ।अतः सभी प्रतिभागियों को हिंदी में पढ़ना और लिखना आना आवश्यक है |
क्रिया आपसे निवेदन करती है की जल्द से जल्द अपने आवेदन पत्र हमें भेजें | आवेदन पत्र और कार्य अनुभव के आधार पर 25-30 प्रतिभागी चुने जायेंगे। सभी प्रतिभागियों को पूरे कार्यक्रम के दौरान दिल्ली में उपस्थित रहना पड़ेगा। यह पाठ्यक्रम दिल्ली में 14 से 18 नवंबर 2022 को आयोजित किया जा रहा है | क्रिया की तरफ से आपके रहने की व्यवस्था की जाएगी आपसे अपेक्षा की जाती है कि 13 नवंबर की शाम तक आप दिल्ली पहुँच जाएँ और अपने जाने की व्यवस्था 18 नवंबर को शाम 5 बजे के बाद करें। कार्यक्रम की अधिक जानकारी हम आपके साथ सिलेक्शन प्रोसेस के बाद साझा करेंगे। केवल चुने गए प्रतिभागियों को 20 अक्टूबर तक चयन की सूचना भेजी जाएगी।
प्रशिक्षण शुल्क
यह प्रशिक्षण निःशुल्क है | क्रिया, सहभागियों के रहने व खाने का प्रबंध करेगी | आने जाने का टिकट (2nd A/C ट्रेन) का भुगतान भी क्रिया द्वारा किया जायेगा |
तिथि और स्थान
यौनिकता , जेंडर एवं अधिकार – एक अध्ययन पर यह कार्यक्रम 14-18 नवंबर किया जाएगा । इन दिनों यह प्रशिक्षण हर दिन चलेगी। इसके अलावा प्रतिभागियों को समय निकालकर ग्रुप वर्क एवं ग्रुप अध्ययन में जुड़ना पड़ सकता है।
आवेदन
आवेदन पत्र हमें 15 अक्टूबर, 2022 तक या उससे पहले पहुँच जाने चाहिए | निर्धारित तिथि के बाद कोई भी आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किये जायेंगे | केवल चुने हुए प्रतिभागियों को चुनाव की सूचना 20 अक्टूबर तक भेजी जायेगी |
विशेष: चयन की प्रक्रिया, प्रतिभागियों के मिल रहे आवेदनों के साथ ही शुरू हो जायेगी । आपसे अनुरोध है की जल्द से जल्द प्रशिक्षण के लिए आवेदन पत्र भेजें ।
एक्सेसिबिलिटी (सरल) उपयोग
इस कॉल के सुलभ संस्करण यहां देखे जा सकते हैं: (पीडीएफ) और (वर्ड)। आवेदक यहाँ (पीडीएफ) और (वर्ड) फॉर्म के सुलभ संस्करण भी पा सकते हैं, जिसे वे डाउनलोड कर, भरकर, स्कैन कर sgrihindi@creaworld.org पर ईमेल भी कर सकते हैं।
आवेदन CREA कार्यालय को डाक द्वारा भी भेजे जा सकते हैं:
Sexuality, Gender and Rights Institute – Hindi
14th – 18th November, 2022
Application Deadline: 15th October, 2022
Organized by CREA, New Delhi, the Sexuality, Gender and Rights Institute (SGRI) is a five day long, residential Institute, conducted in Hindi.
The seventeenth in the series, SGRI – Hindi is designed for the conceptual study of sexuality and its application to program interventions. The Institute examines the links between sexuality, rights, gender and health, and their interface with socio-cultural and legal issues. Participants critically analyze policy, research, and program interventions using a rights-based approach.
Read About a Few Faculty Members from SGRI 2021
Shalini Singh – Shalini Singh is a feminist activists and lawyer. She has been working in the field of women’s issues for the last 25 years. At CREA, during the past 17 years, Shalini has been designing and managing all Hindi training programs and institutes, which includes the annual basic training on Gender and Sexuality, Feminist Leadership and Movement Building Institute and the Sexuality and Gender Rights Institute in Hindi. She also works on capacity building of the network of women’s organizations, imparting training on feminist leadership, women violence, gender, sexuality and law related to rights. She also leads the community-based program of action ‘Meri Panchayat Meri Shakti’. Apart from all these, Shalini oversees the work related to writing, translation and publication of all Hindi publications and training manuals.
Pramada Menon – Pramada Menon is a queer feminist activist. She works on issues of gender, sexuality and women’s human rights. She is the co – founder of CREA. Currently, she works as an independent consultant, makes documentary films and is also a stand-up performance artist.
Dipta Bhog – Dipta Bhog is the founder member of Nirantar Trust. She has worked as a journalist and activist for women’s rights and women’s literacy issues. She has over two decades of work experience in adult and girl education and rural journalism. She has worked in designing programs, its implementation and influenced policy making. She has trained women activists, teachers, students, researchers, government officials and master trainers at the national and regional (particularly South Asia) levels on the issue of gender and education. She has intensively studied school books from a feminist perspective. On the subject of gender in education, she was associated with the committee to form the National Curriculum Framework of 2008. Recently, she conducted a study on the subject of women’s leadership in non-government organizations working in rural areas. Dipta Bhog contributed to the setting up of Khabar Lahariya in 2002 and is also involved in training of women journalists in rural areas.
Chayanika Shah – Chayanika Shah is a queer feminist activist, researcher and teacher. She has written a lot on the politics of population control, reproductive technology, feminism, feminist views on science and sexuality and gender. Chayanika has been an active member of the violence against women forum, a voluntary, non-funded, autonomous women’s group based in Mumbai for more than thirty years. She has been associated with another Bombay-based voluntary queer feminist group, Labia, for the past twenty years. Labia is a group of lesbian and bisexual women and trans individuals. Chayanika has a Doctorate in Physics and taught the subject at a college in Bombay for two decades.
Ratnaboli Ray – Ratnaboli Ray is the founder and managing trustee of Anjali, a Kolkata-based organization. Anjali works in mental health, particularly with mental health institution, systems and communities to make them more intersectional and inclusive. Anjali works on the development of services and study of policies and human rights on mental health in India. Ratnaboli is a psychologist and has been working as a health activist for more than 15 years. Ratnaboli was awarded the Ashoka Fellowship in the year 2000 for work with Anjali.
Other Faculty Members Included
Renu Mishra (AALI)
Manak Matiyani (The YP Foundation)
Paromita Vohra (Agents of Ishq)
Organizer
Founded in 2000, CREA is a feminist human rights organization based in New Delhi, India. It is one of the few International women’s rights organizations based in the Global South, led by Southern feminists, which works at the grassroots, national, regional, and international levels. Together with partners from a diverse range of human rights movements and networks, CREA works to advance the rights of women and girls, and the sexual and reproductive freedoms of all people. CREA advocates for positive social change through national and international fora, and provides training and learning opportunities to global activists and leaders through its Institutes.
Participants and Selection Process
All those who identify as a woman can apply for the training. Around 25-30 participants will be selected from all over India, based on their application form and their ability to demonstrate how they would apply the lessons of the Institute to the work they do. Individuals working on issues of sexuality, LGBT rights, sexual rights, sex worker’s rights, HIV/AIDS, violence against women, health, and/or gender are eligible to apply.
CREA requests you to send your applications to us at the earliest. Twenty-five to 30 participants will be selected on the basis of application form and work experience.
Participants are required to travel to Delhi and attend the Institute, on the shared date and time. All the participants will have to be present in Delhi during the entire program. This course is being organized in Delhi from 14th to 18th November 2022. Your accommodation will be arranged by CREA. You are expected to reach Delhi by the evening of 13th November and make your departure arrangements after 5pm on 18th November. Proficiency in reading and writing in Hindi is essential. We will share more details of the program with you after the selection process. Confirmation of selection will be sent only to the shortlisted participants by 20 October 2022.
Cost of Participation
There is no course fee. CREA will make arrangements for accommodation and food for the participants and shall reimburse arrival and departure ticket (second A/C train).
Venue and Dates
This program on Sexuality, Gender and Rights Institute will be conducted every day from 14th – 18th November, 2022. Therefore, participants will be expected to stay at the venue. Participants may be required to meet with each other for group work and group readings beyond the Institute hours.
Submission of Application form
The application form should reach us on or before 15th October, 2022. Applications will not be accepted after the due date. Confirmation will be sent to ONLY selected candidates by 20th October, 2022.
Note: The process of selection will begin with the application of participants. You are requested to send the filled-in application form as early as possible.
Accessibility
Accessible versions of this call here can be found here: (PDF) & (Word). Applicants can also find accessible versions of the form here (PDF) & (Word), which they can email to sgrihindi@creaworld.org
Applications can also be sent by post to the CREA office:
7, Nizamuddin East, (2nd Floor), Mathura Road, New Delhi – 110013, India
If sending by post, please write ‘Application Form’ in the subject line of the email or on the envelope.